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Wednesday, September 18, 2019

September 18, 2019

बेवकूफ औरत बेमतलब ही रो देती है ||

एक गृहणी वो रोज़ाना की तरह आज फिर ईश्वर का नाम लेकर उठी थी ।किचन में आई और चूल्हे पर चाय का पानी चढ़ाया। फिर बच्चों को नींद से जगाया ताकि वे स्कूल के लिए तैयार हो सकें । कुछ ही पलों मे वो अपने सास ससुर को चाय देकर आयी फिर बच्चों का नाश्ता तैयार किया और इस बीच उसने बच्चों को ड्रेस भी पहनाई। फिर बच्चों को नाश्ता कराया।

Stupid woman cries meaninglessly


पति के लिए दोपहर का टिफीन बनाना भी जरूरी था। इस बीच स्कूल का रिक्शा आ गया और वो बच्चों को रिक्शा तक छोड़ने चली गई । वापस आकर पति का टिफीन बनाया और फिर मेज़ से जूठे बर्तन इकठ्ठा किये ।इस बीच पतिदेव की आवाज़ आई की मेरे कपङे निकाल दो । उनको ऑफिस जाने लिए कपङे निकाल कर दिए।

अभी पति के लिए उनकी पसंद का नाश्ता तैयार करके टेबिल पर लगाया ही था की छोटी ननद आई और ये कहकर गई कि भाभी आज मुझे भी कॉलेज जल्दी जाना, मेरा भी नाश्ता लगा देना।

तभी देवर की भी आवाज़ आई की भाभी नाश्ता तैयार हो गया क्या?

अभी लीजिये नाश्ता तैयार है।

पति और देवर ने नाश्ता किया और अखबार पढ़कर अपने अपने ऑफिस के लिए निकल चले ।

उसने मेज़ से खाली बर्तन समेटे और सास ससुर के लिए उनका परहेज़ का नाश्ता तैयार करने लगी ।

दोनों को नाश्ता कराने के बाद फिर बर्तन इकट्ठे किये और उनको भी किचिन में लाकर धोने लगी ।

इस बीच सफाई वाली भी आ गयी ।

उसने बर्तन का काम सफाई वाली को सौंप कर खुद बेड की चादरें वगेरा इकट्ठा करने पहुँच गयी और फिर सफाई वाली के साथ मिलकर सफाई में जुट गयी ।

अब तक 11 बज चुके थे, अभी वो पूरी तरह काम समेट भी ना पायी थी की काल बेल बजी ।

दरवाज़ा खोला तो सामने बड़ी ननद और उसके पति व बच्चे सामने खड़े थे ।

उसने ख़ुशी ख़ुशी सभी को आदर के साथ घर में बुलाया और उनसे बाते करते करते उनके आने से हुई ख़ुशी का इज़हार करती रही ।

ननद की फ़रमाईश के मुताबिक़ नाश्ता तैयार करने के बाद अभी वो नन्द के पास बेठी ही थी की सास की आवाज़ आई की बहु खाने का क्या प्रोग्राम हे ।

उसने घडी पर नज़र डाली तो 12 बज रहे थे ।

उसकी फ़िक्र बढ़ गयी वो जल्दी से फ्रिज की तरफ लपकी और सब्ज़ी निकाली और फिर से दोपहर के खाने की तैयारी में जुट गयी ।

खाना बनाते बनाते अब दोपहर का दो बज चुके थे ।

बच्चे स्कूल से आने वाले थे, लो बच्चे आ गये ।

उसने जल्दी जल्दी बच्चों की ड्रेस उतारी और उनका मुंह हाथ धुलवाकर उनको खाना खिलाया ।

इस बीच छोटी नन्द भी कॉलेज से आगयी और देवर भी आ चुके थे ।

उसने सभी के लिए मेज़ पर खाना लगाया और खुद रोटी बनाने में लग गयी ।

खाना खाकर सब लोग फ्री हुवे तो उसने मेज़ से फिर बर्तन जमा करने शुरू करदिये ।

इस वक़्त तीन बज रहे थे ।

अब उसको खुदको भी भूख का एहसास होने लगा था ।

उसने हॉट पॉट देखा तो उसमे कोई रोटी नहीं बची थी ।

उसने फिर से किचिन की और रुख किया तभी पतिदेव घर में दाखिल होते हुये बोले की आज देर होगयी भूख बहुत लगी हे जल्दी से खाना लगादो ।

उसने जल्दी जल्दी पति के लिए खाना बनाया और मेज़ पर खाना लगा कर पति को किचिन से गर्म रोटी बनाकर ला कर देने लगी ।

अब तक चार बज चुके थे ।

अभी वो खाना खिला ही रही थी की पतिदेव ने कहा की आजाओ तुमभी खालो ।

उसने हैरत से पति की तरफ देखा तो उसे ख्याल आया की आज मैंने सुबह से कुछ खाया ही नहीं ।

इस ख्याल के आते ही वो पति के साथ खाना खाने बैठ गयी ।

अभी पहला निवाला उसने मुंह में डाला ही था की आँख से आंसू निकल आये

पति देव ने उसके आंसू देखे तो फ़ौरन पूछा की तुम क्यों रो रही हो ।

वो खामोश रही और सोचने लगी की इन्हें कैसे बताऊँ की ससुराल में कितनी मेहनत के बाद ये रोटी का निवाला नसीब होता हे और लोग इसे मुफ़्त की रोटी कहते हैं ।

पति के बार बार पूछने पर उसने सिर्फ इतना कहा की कुछ नहीं बस ऐसे ही आंसू आ गये ।

पति मुस्कुराये और बोले कि तुम औरते भी बड़ी "बेवक़ूफ़" होती हो, बिना वजह रोना शुरू कर देती हो।

बस इतनी सी कहानी है | कभी कभी बेवकूफ होना भी कई दर्द समेटने जैसा है | 

Monday, September 16, 2019

September 16, 2019

हम जिसपे खाना खाते थे आज उस पर रूस और अमेरीका खा रहे है || We should start eating on leaf plate

आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि हमारे देश मे 2000 से अधिक वनस्पतियों की पत्तियों से तैयार किये जाने वाले पत्तलों और उनसे होने वाले लाभों के विषय मे पारम्परिक चिकित्सकीय ज्ञान उपलब्ध है पर मुश्किल से पाँच प्रकार की वनस्पतियों का प्रयोग हम अपनी दिनचर्या मे करते है। पत्ते की बनी प्लेट में खाना खाने से इतने लाभ होते है जिसकी कल्पना हम नहीं कर सकते | लेकिन आज हमें पश्चिमी देशों ने अपनी सभ्यता में जकड़ लिया है | हम प्लास्टिक से बनी थालियों और प्लेटो में खाना ख़ुशी-ख़ुशी खा लेते है | लेकिन इनसे होने वाली हानियों के बारे में शायद ही आप जानते होंगे | अतः आज जागरूकता बहुत ही जरुरी हो गई है |

leaf plate


आम तौर पर केले की पत्तियो मे खाना परोसा जाता है। प्राचीन ग्रंथों मे केले की पत्तियो पर परोसे गये भोजन को स्वास्थ्य के लिये लाभदायक बताया गया है। आजकल महंगे होटलों और रिसोर्ट मे भी केले की पत्तियों का यह प्रयोग होने लगा है।

नीचे चित्र में सुपारी के पत्तों से बनाई गई प्लेट, कटोरी व ट्रे हैं , जिनमे भोजन करना स्वास्थ्य के लिए भी बहुत लाभदायक है
जिसे प्लास्टिक, थर्माकोल के ऑप्शन में उतरा गया है क्योंकि थर्माकोल व प्लास्टिक के उपयोग से स्वास्थ्य को बहुत हानि भी पहुँच रही है ।

सुपारी के पत्तों यह पत्तल केरला में बनाई जा रही हैं और कीमत भी ज्यादा नही है , तक़रीबन 1.5, 2, रुपये साइज और क्वांटिटी के हिसाब से अलग अलग है

लाभ :- 

पलाश के पत्तल में भोजन करने से स्वर्ण के बर्तन में भोजन करने का पुण्य व आरोग्य मिलता है ।
केले के पत्तल में भोजन करने से चांदी के बर्तन में भोजन करने का पुण्य व आरोग्य मिलता है।

रक्त होता है शुद्ध :- 

रक्त की अशुद्धता के कारण होने वाली बीमारियों के लिये पलाश से तैयार पत्तल को उपयोगी माना जाता है। पाचन तंत्र सम्बन्धी रोगों के लिये भी इसका उपयोग होता है। आम तौर पर लाल फूलो वाले पलाश को हम जानते हैं पर सफेद फूलों वाला पलाश भी उपलब्ध है। इस दुर्लभ पलाश से तैयार पत्तल को बवासिर (पाइल्स) के रोगियों के लिये उपयोगी माना जाता है।

जोडो के दर्द के लिये करंज की पत्तियों से तैयार पत्तल उपयोगी माना जाता है। पुरानी पत्तियों को नयी पत्तियों की तुलना मे अधिक उपयोगी माना जाता है।


पैरालिसिस नहीं होगा :- 

लकवा (पैरालिसिस) होने पर अमलतास की पत्तियों से तैयार पत्तलो को उपयोगी माना जाता है।

पत्तलों से अन्य लाभ :-

1. सबसे पहले तो उसे धोना नहीं पड़ेगा, इसको हम सीधा मिटटी में दबा सकते है।
2. न पानी नष्ट होगा।
3. न ही कामवाली रखनी पड़ेगी, मासिक खर्च भी बचेगा।
4. न केमिकल उपयोग करने पड़ेंगे l
5. न केमिकल द्वारा शरीर को आंतरिक हानि पहुंचेगी।
6. अधिक से अधिक वृक्ष उगाये जायेंगे, जिससे कि अधिक आक्सीजन भी मिलेगी।
7. प्रदूषण भी घटेगा।
8. सबसे महत्वपूर्ण झूठे पत्तलों को एक जगह गाड़ने पर, खाद का निर्माण किया जा सकता है, एवं मिटटी की उपजाऊ क्षमता को भी बढ़ाया जा सकता है।
9. पत्तल बनाने वालों को भी रोजगार प्राप्त होगा।
10. सबसे मुख्य लाभ, आप नदियों को दूषित होने से बहुत बड़े स्तर पर बचा सकते हैं, जैसे कि आप जानते ही हैं कि जो पानी आप बर्तन धोने में उपयोग कर रहे हो, वो केमिकल वाला पानी, पहले नाले में जायेगा, फिर आगे जाकर नदियों में ही छोड़ दिया जायेगा। जो जल प्रदूषण में आपको सहयोगी बनाता है।

आजकल हर जगह भंडारे, विवाह शादियों , birthday पार्टियों में डिस्पोजल की जगह इन पत्तलों का प्रचलन करना चाहिए।

Saturday, September 7, 2019

September 07, 2019

अमेरिका को हराने वाले इस देश ने महाराणा प्रताप से ली प्रेरणा और उसके राष्ट्र अध्यक्ष महाराणा को मानते थे अपना गुरु 🔥🔥

छोटे से देश ने श्री महाराणा प्रताप से ली प्रेरणा और अमेरिका तो धूल चटा दी  


वियतनाम विश्व का एक छोटा सा देश है ।।।।। जिसने #अमेरिका जैसे बड़े बलशाली देश को झुका दिया। लगभग बीस वर्षों तक चले युद्ध में #अमेरिका पराजित हुआ। अमेरिका पर विजय के बाद वियतनाम के राष्ट्राध्यक्ष से एक पत्रकार ने एक सवाल पूछा..
जाहिर सी बात है कि सवाल यही होगा कि आप युद्ध कैसे जीते या अमेरिका को कैसे झुका दिया... ?? पर उस प्रश्न का दिए गए उत्तर को सुनकर आप हैरान रह जायेंगे और आपका सीना भी गर्व से भर जायेगा। दिया गया उत्तर पढ़िये...!!



सभी देशों में सबसे शक्तिशाली देश
अमेरिका को हराने के लिए मैंने एक महान व् श्रेष्ठ भारतीय राजा का चरित्र पढ़ा। और उस जीवनी से मिली प्रेरणा व युद्धनीति का प्रयोग कर हमने सरलता से विजय प्राप्त की..!!

आगे पत्रकार ने पूछा...
"कौन थे वो #महान राजा ?"

मित्रों जब मैंने पढ़ा तब से
जैसे मेरा सीना गर्व से चौड़ा हो गया आपका भी सीना गर्व से भर जायेगा...!!

#वियतनाम के राष्ट्राध्यक्ष ने खड़े होकर जवाब दिया...
"वो थे भारत के #राजस्थान में #मेवाड़ के #महाराजा #महाराणा #प्रताप #सिंह !!"

⚔#महाराणा #प्रताप का नाम लेते समय उनकी आँखों में एक #वीरता भरी #चमक थी..

आगे उन्होंने कहा...!!
"अगर ऐसे राजा ने हमारे देश में जन्म लिया होता तो हमने सारे #विश्व पर राज किया होता" कुछ वर्षों के बाद उस #राष्ट्राध्यक्ष की मृत्यु हुई तो जानिए उसने अपनी #समाधि पर क्या लिखवाया...!!

⚔"यह महाराणा प्रताप के एक #शिष्य की समाधि है !!"

कालांतर में वियतनाम के विदेशमंत्री भारत के दौरे पर आए थे। पूर्व नियोजित कार्य क्रमानुसार उन्हें पहले लाल किला व बाद में गांधीजी की समाधि दिखलाई गई....!!

ये सब दिखलाते हुए उन्होंने पूछा " मेवाड़ के महाराजा #महाराणा प्रताप की समाधि कहाँ है ...?"

तब भारत सरकार के अधिकारी चकित रह गए, और उनहोंने वहाँ #उदयपुर का उल्लेख किया.. वियतनाम के विदेशमंत्री उदयपुर गये, वहाँ उनहोंने महाराणा प्रताप की समाधि के दर्शन किये...!! समाधी के दर्शन करने के बाद उन्होंने समाधि के पास की मिट्टी उठाई और उसे अपने बैग में भर लिया इस पर पत्रकार ने मिट्टी रखने का कारण पूछा !!

उन विदेशमंत्री महोदय ने कहा "ये मिट्टी #शूरवीरों की है, इस मिट्टी में एक महान् राजा ने जन्म लिया, ये मिट्टी मैं अपने देश की मिट्टी में मिला दूंगा ..!!

"ताकि मेरे देश में भी ऐसे ही वीर पैदा हो। मेरा यह राजा केवल भारत का गर्व न होकर सम्पूर्ण विश्व का गर्व होना चाहिए"

जय हिंद जय भारत।

Friday, September 6, 2019

September 06, 2019

95% सफलता को हार कैसे बोल दे ? chandrayaan 2 Mission Successful

95% सफलता को हार कैसे बोल दे ? chandrayaan 2 Mission Successful 

हम असफल कैसे हो गए जब हम 95 % सफल हुए है | चाँद के दक्षिणी ध्रुव तक आज तक कोई देश नहीं पहुँच पाया और ना ही किसी ने इतनी हिम्मत दिखाई | ISRO अब एक साहस का नाम बन चूका है | पूरी दुनिया ने देखा की कैसे मात्र 2.1 किलोमीटर की दुरी पहले हमारा सम्पर्क विक्रम से टूट गया | इतनी सफलता किसी और देश ने अर्जित नहीं की | ये वही देश है जो विश्व गुरु था और बहुत जल्दी फिर से विश्व गुरु बनने के कगार पर खड़ा है | हौसला ना हारो , फिर से बढ़ो , हम भारतीय है , वो कर दिखते है , जो लोग सोच भी नहीं सकते | 


मात्र 2.1 किलोमीटर :- 

चाँद से पृथ्वी की दुरी 3,84,400 किलोमीटर है | हर चीज़ एक डीएम सामान्य थी लेकिन चाँद की सतह से मात्र 2.1 किलोमीटर की दुरी से पहले हमारा सम्पर्क टूट गया | यदि हम इसका गणित देखे तो हम केवल 0.00054630593 % ही दूर रहे |  

चंद्रयान 2 :-

चंद्रयान 2, जिसे 22 जुलाई को लॉन्च किया गया था, ने शनिवार के मद्देनजर सुबह 1:43 बजे चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के पास टचडाउन का प्रयास किया। विक्रम चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव क्षेत्र पर उतरने का प्रयास कर रहा था, जहां कोई अन्य मानव निर्मित मिशन पहले नहीं गया।

मोदी  बढ़ाया हौसला :- 


इस ऐतिहासिक प्रयास के दौरान वैज्ञानिकों को हौसला नहीं खोने और उनकी उपलब्धि के लिए धन्यवाद देते हुए, पीएम मोदी ने कहा, “यह एक छोटी उपलब्धि नहीं है और देश को आप पर गर्व है। यदि संचार फिर से शुरू होता है, तो मिशन हमें बहुत सारी जानकारी देने में सक्षम होगा। अच्छे की कामना करते है।"

और कुछ अपने  ही देश का मजाक बनाते लोग :-

इतनी मेहनत और उपलब्धि के बाद जंहा पूरा देश ISRO के साथ खड़ा है , वंही कुछ लोग हंसी उड़ा रहे है | क्या ये देश से गद्दारी नहीं | क्या ऐसे लोग इस देश में रहने लायक भी है ? अरे हम हारे नहीं है , अभी तो पूरा आकाश हमारी राह देख रहा है | फिर ये जयचंद किस बात की ख़ुशी में जुटे है | 

आज लिखना बहुत कुछ चाहते है , लेकिन शब्दों को विश्राम दे रहे है | ये देश रहना चाहिए | जय हिन्द | 

Wednesday, September 4, 2019

September 04, 2019

भारी भरकम जुर्माने के आखिर क्या मायने है ?? The Motor Vehicles (Amendment) Bill, 2019

भारी भरकम जुर्माने के आखिर क्या मायने है ?? The Motor Vehicles (Amendment) Bill, 2019

हाल ही में भारत सरकार ने नया मोटर व्हीकल कानून लागु किया है | इस नियम के लागु होते ही जुर्माने की राशि 10 से लेकर 50 गुणा तक कर दी गई है | लोग सोशल मीडिया पर इस कानून का खूब मजाक उड़ा रहे है | पर क्या इस नए बिल से वाकई कुछ बदलाव देखने को मिलेगा ? क्या ये बिल भारतीय जनता के मूड में कुछ बदलाव ला पायेगा ? क्या जनता इतना भारी भरकम जुर्माना देने के लिए तैयार है ? क्या अब टालमटोलू जनता देश के प्रति अपने कर्तव्य निभाएगी ? The Motor Vehicles (Amendment) Bill, 2019

The Motor Vehicles (Amendment) Bill, 2019
credit - Business Today 

जुलाई में पास हुआ बिल :-

बीती जुलाई को पार्लियामेंट में सरकार ने नया कानून पेश किया जो की पास हो गया | इस नए कानून को पास करने से पहले 2018 के मोटर व्हीकल कानून में कुछ संसोधन किये गए | इन संसोधनो का मुख्य उद्देश्य लोगो को ट्रैफिक नियमो का कठोरता से पालन करवाना था | चूँकि इस साल सड़क हादसों में होने वाली मौतों में अत्यधिक बढ़ावा दर्ज किया गया था | इसे देखते हुए परिवहन मंत्री श्री नितिन गडकरी ने पिछले ही साल कानून में बदलाव के निर्देश दिए थे |

नियमो का मजाक उड़ाती सोशल मीडिया वाली जनता :-

नए कानून के पास होते ही सोशल मीडिया वाली जनता एका-एक बिस्तर छोड़ जाग गई | हर किसी को इस नए कानून का मजाक उड़ाते हुए देखा जा सकता है | लोग फेसबुक से लेकर इंस्टाग्राम पर Meme बनाकर शेयर कर रहे है | यहाँ तक की इस लेख के रचियता भी पीछे ना रह पाए | इस बिल का मजाक इतना उड़ाया जा रहा है की इस अकेले कानून के बारे में हज़ारो Meme बन चुके है | 

20,000 की बाइक का बना 23,000 का चालान ;-  

सोशल मीडिया और न्यूज़ मीडिया तब हावी होती देखी गई जब एक बाइक का चालान उसकी कीमत से ज्यादा का कटा | दरअसल मीडिया में फैली न्यूज़ की माने तो गुरुग्राम पुलिस ने दिल्ली के एक आदमी का चालान 23000 का बनाया | जब बाइक की कीमत (पुरानी बाइक) का अंदाजा लगाया गया तब मालूम हुआ की बाइक तो केवल 20000 हज़ार की ही थी | ऐसे में लोगो ने सोशल मीडिया के जरिये खूब हँसी ठिठोली की | 


बिल का मकसद लोगो में बदलाव लाना ;- 

एक कहावत तो आपने भी सुनी होगी की " लातो के भूत बातो से नहीं मानते | " वाकई भारतीय जनता पर ये बात सटीक बैठती है | गुलामी की जंजीरो से निकलने के बाद से ही हमें बदलाव की सख्त जरुरत थी | लेकिन शायद ही किसी सरकार ने ये सोचा होगा | चूँकि भारतीय जनता तब तक ठीक से काम नहीं करती जब तक कठोर कानून नहीं लाया जाये |    
 
क्या आप अपनी सुरक्षा क्वे लिए हेलमेट नहीं पहन सकते ? क्या आप अपनी गाड़ी को जिम्मेदारी से नहीं चलाना चाहते |क्या आप दारू पीकर गाड़ी से किसी की जान लेना चाहते है ? या क्या कभी लाइसेंस , गाड़ी के डॉक्यूमेंट , हेलमेट होते हुए भी किसी ने आपको पकड़ा ? नहीं ना | 

कानून को कठोर आपकी सुरक्षा के लिए ही किया गया है | यदि जनता इस कठोर कानून और इसके जुर्माने के डर से अपने आप में बदलाव लाती है तो ये हमारी ही जीत है | इसके अलावा हम इस कानून को एक प्रैक्टिकल के तौर पर भी देखे तब भी हमें इसका पालन करना चाहिए | हर किसी के घर में माँ , बाप , भाई , बहिन उसका  इंतज़ार करते है| एक जिम्मेदार नागरिक के रूप में हमें इसका पालन करना चाहिए | 

तुम भी जागो सरकार :-  

मात्र जनता के लिए कानून नियम बना देना एक संवैधानिक सरकार को कतई शोभा नहीं देता | सरकार को चाहिए की इस नए बदलाव मे देश की छवि में भी बदलाव लाया जाये | जिस जनता से टैक्स लिया जाता है , वो भी अच्छी सुविधाओं की हकदार है | सड़को की बिगड़ी हालत से लेकर उनपर रात में रौशनी की भी व्यवस्था की जानी चाहिए | हालाँकि सड़को का काम निरंतर चल रहा है , फिर भी अभी तक सड़को की स्थिति उतनी ठीक नहीं है | 

खेर अब देखना ये है की जनता कैसे इस बदलाव को अपनाती है और कैसे ट्रैफिक पुलिस वालो कि जेबे अब भरनी बंद होगी | उम्मीद तो यही की जानी चाहिए की बदलते भारत की जनता भी बदले और अपने देश की तरक्की में हिस्सेदार बने |  





Wednesday, May 29, 2019

May 29, 2019

नकली बाराती और नकली माँ बाप बना कर 3 बच्चो के बाप ने दूसरी शादी कर ली 😝😝🔥🔥

फोटो देख लोग बोले ये तो इमरान भाटी है , 3 बच्चो का बाप है 😝

आप सोच कर हैरान हो जाओगे की कैसे एक आदमी ने अपना नाम , जाती , धर्म , परिवार सब फ़र्ज़ी बना कर एक लड़की से शादी कर ली | नकली बाराती तैयार करना , नकली माँ-बाप बनाना और फिर शादी | ये अजीब सा मामला है सीकर राजस्थान का | जँहा इमरान भाटी नाम के एक शख्स ने इस काम को बखूबी अंजाम दे दिया | लोग ये सुन कर भौचक्के रह गए | 



पूरा मामला क्या है ? 

दरअसल सीकर का रहने वाला इमरान भाटी वार्ड 28 अंजुमन स्कूल के पास का निवासी है | वो वंहा किसी मोटर कंपनी में काम करता था | इमरान के अब्बू गाड़ियों की सर्विसिंग का काम करते है | इमरान पहले से शादी शुदा है और उसके 3 बच्चे भी है | 

लगभग 1 महीने पहले उसने अपना नाम (कबीर शर्मा) , जाती और धर्म बदल कर लड़की से सगाई का प्रस्ताव रखा | लड़की उसके माँ बाप की इकलौती थी | माँ बाप ने भी प्रस्ताव स्वीकार कर लिया | इमरान ने जयपुर में एक रिसोर्ट बुक कर सगाई कर ली | 13 मई को नकली बारात और नकली माँ बाप लेकर उसने लड़की से शादी कर ली | और वंहा किसी को भनक तक नहीं लगने दी | 

लड़की के बाप से हड़पे 16 लाख रुपये -

इमरान भाटी ने लड़की के पिता से 16 लाख रूपये भी हड़प लिए | इकलौती बेटी होने के नाते माँ बाप ने इमरान को 11 लाख नकद और 5 लाख रूपये के जेवरात दे दिए | 

राज कैसे पता चला ?

3 महीने तक राज किसी को पता नहीं चल पाया | इमरान ने जयपुर में ही एक फ्लैट बुक कर लिया और वंहा उसके साथ रहने लगा | 3 महीने बाद जब लड़की लापता हो गई तो लड़की के माँ बाप ने पता लगाने के लिए इधर उधर पूछताछ करनी शुरू कर दी | पूछताछ के दौरान पता चला के ये कबीर शर्मा नहीं इमरान भाटी है जिससे उनकी बेटी की शादी हुई है | 
माँ बाप ने जब लोगो को इमरान की फोटो दिखाई तब कुछ लोगो ने इमरान को पहचान लिया था | माँ बाप के पेरो टेल जमीं खिसक गई | 

माँ बाप ने कराइ FIR -

धोखे का पता चलने के बाद माँ बाप ने सीकर में ही इमरान भाटी के खिलाफ FIR करवा दी | थाने के पुलिस अधीक्षक ने कहा है की " मेरे सेवा काल में ये सबसे अनोखा मामला है | शादी के लिए युवक ने नकली बाराती और माँ बाप का कुनबा तैयार कर शादी भी कर ली | मामला दर्ज कर जाँच के लिए विशेष टीम बना दी गई है | जल्द मामले का खुलासा किया जायेगा |"

May 29, 2019

IRCTC का जवाब देख आप भी हँस पड़ेंगे 🔥 🔥 🔥 यूजर हो गया troll

IRCTC का जवाब देख आप भी हँस पड़ेंगे 🔥 🔥 🔥 शिकायत करने वाला यूजर हो गया troll 

कई बार कुछ लोग अनजाने में ऐसा कर जाते है की उनका मजाक बन जाता है | हाल ही में ऐसा ही एक वाक्या देखने को मिला जब एक यूजर ने IRCTC रेलवे की वेबसाइट पर बार बार आने वाले विज्ञापनों से परेशांन हो रेलवे से शिकायत कर दी | आजकल हर विभाग ट्विटर पर भी सक्रिय रहता है | रेलवे ने तुरंत ही ऐसा जवाब दिया की लोग यूजर को ही ट्रोल करने लगे | 


क्या शिकायत की यूजर ने ? 

आनंद कुमार नाम के एक यूजर ने जब टिकट बुक करने के लिए IRCTC रेलवे  वेबसाइट खोली तब वँहा बहुत सारे विज्ञापन देख उसे गुस्सा आ गया | दरअसल ये विज्ञापन थोड़े अश्लील तरह के थे | यूजर से रहा नहीं गया और तुरंत उसने स्क्रीन शॉट लेकर रेलवे के ऑफिसियल ट्विटर हैंडल पर पियूष गोयल को भी टैग करते हुए पोस्ट कर दिया | और लिखा की " IRCTC की टिकट बुकिंग वेबसाइट पर अश्लील विज्ञापन दिखाए जा रहे है जो की बहुत ही शर्मिंदगी वाली बात है , और ये बहुत ही परेशान करने वाली बात है | "


THE AUNTY


रेलवे का जवाब सुन हँसी आ जाएगी -

यूजर के ट्वीट करते ही थोड़ी देर में रेलवे ने भी शिकायत पढ़ , उसका ऐसा जवाब दिया की यूजर को हर कोई ट्रोल करने लग गया | रेलवे ने लिखा की "हम विज्ञापन के लिए गूगल की ADX सर्विस उपयोग करते है | ये यूजर की कुकीज़ को यूज़ कर टारगेट करता है | आपकी ब्राउज़िंग हिस्ट्री के अनुसार ही ये आपके लिए विज्ञापन दिखाता है | ऐसे विज्ञापन से बचने के लिए कृपया अपने ब्राउज़र की कुकीज़ और हिस्ट्री डिलीट करे | "

THE AUNTY


दरअसल गूगल की ADX विज्ञापन सर्विस यूजर के सर्च करने के हिसाब से ही उसके ब्राउज़र पर विज्ञापन दिखाती है | मतलब ये की आप यदि अपने ब्राउज़र पर इलेक्ट्रॉनिक आइटम ज्यादा सर्च करते है तो किसी भी वेबसाइट पर आने वाले विज्ञापन में इलेक्ट्रॉनिक आइटम ही दिखाए जायेंगे | 
इस बात से आप अंदाजा लगा सकते है की शिकायत करने वाला अपने ब्राउज़र में क्या क्या सर्च करता होगा | 

लोग करने लगे ट्रोल -

फिर क्या लोगो ने यूजर और IRCTC का जवाब देख मजाक बनाने में लग गए | देखते ही देखते ये वायरल हो गया | अलग अलग यूजर शिकायतकर्ता का अपने ढंग से मजाक बनाने लगे | 

THE AUNTY

आप भी कभी शिकायत करे तो थोड़ा सोच विचार कर लीजियेगा | नहीं तो ऐसी फजीयत झेलनी पड़ जाएगी |